संक्रमण वाली जगह से मप्र में आए 982 लोगों को होम क्वाॅरेंटाइन किया, किसी भी तरह के लक्षण नहीं पाए जाने पर 373 मुक्त

मप्र में अब तक कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिला है लेकिन कोरोना से बचाव के लिए इंदौर, भोपाल सहित पूरे देश में कई तरह से प्रतिबंध लगाए गए हैं। कोरोना को पहले चरण में ही रोक दिया जाए इसके लिए प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। सरकारी आयोजनों पर रोक लगा दी गई है। इंदौर में मॉल, सिनेमाघर सहित प्रमुख बाजार बंद कर दिए गए है। यही कदम अन्य जिलों में भी उठाया गया है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई, चूरना और पचमढ़ी में पर्यटकाें के अाने पर राेक लगा दी गई है। यहां पर्यटकों से हाेटलें खाली कराई जा रही है।



स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना वायरस के संक्रमण वाली जगह से मप्र में आए 982 लोगों को होम क्वाॅरेंटाइन किया है। इनमें से 373 लोगों में इस वायरस के किसी भी तरह के लक्षण नहीं पाए जाने पर मुक्त कर दिया गया है। वहीं, इंदौर में अलग-अलग जगह से आए एेसे 160 लोगों को अब भी होम क्वाॅरेंटाइन किया हुआ है। इन लोगों की मॉनिटरिंग स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। मप्र में 41 सदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए एनआईवी पुणे, इंदिरा गांधी शासकीय मेडिकल कॉलेज नागपुर, एम्स भोपाल एवं एनआईआरटीएच जबलपुर भेजे गए थे। इनमें से 29 की रिपोर्ट निगेटिव आई है शेष 12 मरीजों की रिपोर्ट आना बाकी है।


इंदौर :  56 दुकान व सराफा में लगने वाली चाट-चौपाटी 25 मार्च तक बंद 
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए इंदौर में मॉल, डिस्कोथेक, चिड़ियाघर, सरकारी और निजी स्कूल, सभी कोचिंग संस्थानों को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। 56 दुकान व सराफा में लगने वाली चाट-चौपाटी को भी 25 मार्च तक बंद रखने का निर्णय किया गया। 21 मार्च से इंदौर से महाराष्ट्र के मध्य चलने वाली सभी बसों को भी बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए है। इंदौर में अलग-अलग जगह से आए 160 लोगों को होम क्वाॅरेंटाइन किया हुआ है। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिया के अनुसार इंदौर से अब तक 18 सैंपलों को कोरोना की जांच के लिए भेजा गया था, सभी की जांच रिपोर्ट आ गई है और किसी भी मरीज में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। एमजीएम मेडिकल कालेज की डीन डाक्टर ज्योति बिंदल के अनुसार कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के सैंपलों की जांच गुरुवार से इंदौर में ही प्रारंभ हो गई है।